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लेखनी ,# कहानीकार प्रतियोगिता # -01-Jul-2023 मेरा बाप मेरा दुश्मन भाग 23


                 मेरा बाप मेरा दुश्मन  (भाग 23)
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       अब तक के भागौ में आपने पढ़ा  कि तान्या व विशाल ने भागकर  विवाह किया जिससे दुःखी होकर  तान्या के मम्मी पापा ने जहर खाकर  आत्महत्या करली। जब यह खबर  तान्या को मिली वह टेन्शन में आगई  और उसको ट्यूमर होगया।  तान्या की लम्बी बीमारी से मौत के बाद रमला की परवरिशके लिए  विशाल सारिका से शादी कर लेता है।

        सारिका की सहेली सलौनी रमला की सुन्दरता देखकर  उससे पैसा कमाने का लालच सारिका। को देती है। सारिका व सलौनी विक्रम  के द्वारा रमला को प्यार के जाल में फसवाते हैं। रमला उस जाल में फसकर भी सतर्क रहती है। अब रमला विक्रम   से जिद करने लगी की वह अपने मम्नी पापा से मिलबाऐ इसके बाद सलौनी ने एक गरीब बुजुर्ग दम्पत्ति को लालच देकर  विक्रम  के नकली मम्मी पापा बनाकर मिलवा  दिया । लेकिन रमला को विक्रम  की की बातपर शक हो गया की यह विक्रम  के मम्नी पापा नहीं हैं।आगे की कहानी इस भाग में पढ़िए।

           उधर अब रमला को पूरा विश्वास होता जारहा था कि इसमे उसकी सौतेली माँ भी शामिल है।

       रमला सोचने लगी कि यदि उसे इस बात का पक्का यकीन होजाय और उसको इसका कोई मजबूत सबूत  मिल जाय तब वह अपने पापा से सौतेली की माँ की शिकायत करने की कोशिश करेगी।

      अब रमला इसके लिए सबूत हासिल करने की कोशिश करने लगी।

     रमला ने इस बिषय में अपने एक दोस्त से बात की  थी। उसका नाम सूरज था।  रमला ने सूरज को पूरी कहानी बताई और उसको विक्रम सारिका व सलौनी की जासूसी में लगा दिया।

    सूरज ने सबसे पहले विक्रम से दोस्ती करने का प्लान बनाया। अब सूरज  विक्रम की जा सूसी करने लगा। कि वह कब कहाँ जाता है।

    विक्रम भी अब चौकन्ना होगया था क्यौकि उसने उसदिन तो अपने पापा को  अपनी समझदारी से  समझा दिया था। लेकिन उसे सबसे अधिक डर तो रमला से लग रहा था कि कहीं वह उसके घर न आजाय। इसलिए वह बहुत भयभीत होरहा था।

        वह अपने पापा को जानता था कि वह किस स्वभाव के है।

      अचानक एक दिन विक्रम का उसके किसी दोस्त के साथ झगडा़ होगया और उसके उस दोस्त ने अपने दोस्तो को विक्रम को सबक सिखाने बुलाया ।

      विक्रम के दोस्त ने जिन दोस्तौ को बुलाया था उनमें से एक दोस्त सूरज का जानकार था। जब वह विक्रम को सबक सिखाने जारहा था तब उसकी बात सूरज से हुई थी।

     जब सूरज ने  उससे पूछा कि आज तू कहाँ जारहा है। तब उसने सूरजको बताया कि एक विक्रम नाम के लड़के का भूत उतारना है।

      सूरज को अच्छा मौका मिलगया और वह विक्रम से मिलने पहँच गया।  विक्रम उस समय घरसे निकला ही था कि सूरज पहुँच गया।

        सूरज विक्रम को सम्बोधित करते हुऐ बोला," तुम विक्रम ही हो ?"

    "  हाँ मै विक्रम  हूँ ! तुम कौन हो ?" विक्रम ने उत्तर दिया।

   "मुझे तुमसे मिलना बहुत जरूरी था। क्यौकि तुम अपने जिस दोस्त के पास  मिलने जारहे हो ।उसने आज तुम्है सबक सिखाने का प्लान बना रखा है। " सूरज विक्रम से बोला।

    "यह सब तुम्है कैसे मालूम है कहीं तुम भी उनके साथमिले हुए तो नहीं? " , विक्रम सूरज से बोला।

सूरज विक्रम की तरफ अपना हाथ बढा़ता हुआ बोला," मैने आजसे तुम्है अपना दोस्त बना लिया है। यदि तुम्है मेरी बात पर विश्वास न हो तो तुम मेरे साथ वहाँ चलो और अपनी आँखौ से देखलो। लेकिन रहना सम्भल कर। "

विक्रम= "  यदि यह झूँठ साबित हुआ तब क्या होगा ?"

सूरज= " तुम्हारी जो इच्छा हो करना!"

      इसके बाद विक्रम ने भी अपने कुछ दोस्तौ को बुलाया और उनको साथ लेकर वहाँ गया। उसने वहा़ जाकर देखा कि सच में वहाँपर सब उसकी राह देखरहे थे।विक्रम के साथ दोस्तौ को देखकर वह कुछ नही बोला।

     इसके बाद सूरज के ऊपर विक्रम को विश्वास होगया और दौनौ में दोस्ती हौने से एक दूसरे से मिलना शुरू होगया।

     एक दिन सूरज ने ही उसको पूछा," विक्रम  तूने अभी तक कोई गर्लफ्रैन्ड नहीं बनाई क्या ?"

  विक्रम  उसकी बात को सुनकर चुप होगया। उसको चुप देखकर सूरज ने उसे बहुत ही प्यार से पूछा," दोस्त क्या बात है? नहीं बताना तो मत बता ।"

विक्रम=  "नहीं ना बताने वाली कोई बात नही है । अब तुझे क्या बताऊ। कुछ बातै बताने में भी शर्म आती है।"

सूरज=   "ऐसी क्या बात है? जिसे बताने मेंं लड़कियौ की तरह शरमा रहा है।"

विक्रम =  "बात ही कुछ ऐसी है कहाँ से शुरू करू ? नहीं मै तुझे नहीं बता सकता हूँ।"

सूरज =  "देख दोस्त दिल की बात शेयर करने से मन हल्का हो जाता है। "

विक्रम = सूरज मेरे साथ बहुत धोका होगया है। मै अपने पडो़स में रहने वाली एक औरत के जाल में फस गया हूँ। मै यह नही जानता था कि वह इतनी गिरी हुई होगी। पहले तो उसने मुझे फसाकर अपनी हबस पूरी की और नजाने कब मेरा वीडियो बना लिया और वह मुझे ब्लैक मेल करने लगी।

       सूरज को उसकी कहानी बहुत मजेदार लग रही थी  सूरज ने पूछा आगे क्या हुआ?

विक्रम बोला " उसने मुझे एक सारिका नाम की औरत से मिलवाया और उसने भी  मुझे अपनी हबस का शिकार बनाकर वीडियो बना लिया। इसप्रकार वह मुझे ब्लैकमेल करने लगी।"

सूरज ने पूछा," आगे क्या हुआ। तेरी कहानी तो बहुत इन्ट्रैस्टिग होती जारही है।तू दो औरतौ के साथ मजे कर रहा है।"

विक्रम बोला " तुझे मजे नजर आरहे है मेरी जान पर आरही है और तू हस रहा है। इसके बाद की भी सुन!

सूरज = आगे किसी और की एन्ट्री हौनी है क्या?"

विक्रम = हाँ तूने सही अनुमान लगाया। अब सारिका बोली कि मेरी एक सौतेली बेटी है तू उसके साथ अफेयर बनाकर उसे फसा। और मै उनके डर से उसलड़की के साथ एक तरफा प्यार  करने लगा।"

सूरज =:आगे क्या हुआ क्या वह लड़की तुझसे प्यार नहीं करती ? उसका क्या नाम है ?"

विक्रम =उसका नाय रमला है। अब वह भी मुझसे प्यार करने लगी है और वह मुझसे शादी भी करना चाहती  है।

                       "क्रमशः" आगे की कहानी अगले भाग में पढ़िए। 

कहानीकार  प्रतियोगिता हेतु रचना।
नरेश शर्मा" पचौरी"

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2 Comments

Gunjan Kamal

27-Jul-2023 10:18 AM

👌👏

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Punam verma

26-Jul-2023 05:18 PM

Nice

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